दुद्धी । भाऊ राव देवरस राजकीय महाविद्यालय दुद्धी में उत्तर प्रदेश शासन एवं इंडियन स्पेस वीक, नई दिल्ली की दिशा-निर्देशों के अनुरूप अंतरिक्ष पाठ्यक्रम के संचालन और छात्र-छात्राओं में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. रामसेवक सिंह यादव की अध्यक्षता में किया गया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता मिथिलेश कुमार गौतम, असिस्टेंट प्रोफेसर, प्राणी विज्ञान विभाग ने अंतरिक्ष कार्यक्रम की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम देश को तकनीकी, आर्थिक और वैज्ञानिक रूप से सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम केवल संचार, मौसम पूर्वानुमान और कृषि तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत को वैश्विक स्तर पर सम्मान और पहचान दिलाने में भी सहायक है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सचिन कुमार विश्वकर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान ने अंतरिक्ष पाठ्यक्रम एवं अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षा और प्रयास से असंभव को संभव बनाया जा सकता है और भारत की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. रामसेवक सिंह यादव ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि अंतरिक्ष पाठ्यक्रम और कार्यक्रम पर जन जागरूकता छात्रों और युवाओं में वैज्ञानिक सोच का विकास करती है। यह उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान की महता को समझने और भविष्य की तकनीकी उन्नति से जुड़ने की प्रेरणा देती है।
इस संगोष्ठी में महाविद्यालय के डॉ विवेकानन्द असिस्टेंट प्रोफेसर राजनीति एवं सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रश्न पूछकर अपने ज्ञान को और समृद्ध किया। संगोष्ठी का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की भावना को जागृत करना था, ताकि वे अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें।