सागो बांध। बभनी थाना क्षेत्र के सागो बांध गांव के बेलहरा टोला में विषैले सर्प के काटने से राजबली पुत्र पच्चू साव उम्र करीब 60 वर्ष की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार कल सोमवार को 11:00 बजे शौच के लिए नदी के तरफ जा रहा था। रास्ते में विषैले सर्प फनीक ने पैर में दो जगहों पर तेज दंस मारा। परिजन तत्काल उसे बभनी थाना क्षेत्र के चौना गांव में किसी जड़ी बूटी वाला वैद्य के पास ले गए। दवा कराने के उपरांत हालत ठीक होता देख उसे अपने घर ले आए। रात्रि करीब 8:00 बजे तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। आनन-फानन में रात्रि 10:00 बजे म्योरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा कर भर्ती कराया। वहां पर उसका इलाज किया गया। हालत बिगड़ता देख डॉक्टर उसे रात्रि 12:00 बजे जिला चिकित्सालय लोड़ी के लिए रेफर कर दिया। चोपन पहुंचते तक उसकी मौत हो गई। आज सुबह 5:00 बजे किसी ने बताया कि अहिरौरा में मरने के बाद 24 घंटे तक एक लड़की को माताजी आती हैं और वैसे मरीजों को पुनः जीवित कर देते हैं। इसी अंधविश्वास के चक्कर में परिजन उसे अहिरौरा ले गए हैं। बताते चलें कि ग्रामीण एरिया में बरसात के समय तकरीबन प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रतिवर्ष विषैले जंतुओं के काटने से 4 -5 मौत होती हैं। बार-बार स्वास्थ्य टीमों द्वारा यह जागरूकता फैलाई जाती है कि कोई भी विषैले जंतु कटता है तो उस तुरंत सरकारी अस्पताल में ले जाएं किसी झाड़-फूंक व वैद्य के चक्कर में ना पड़े। मगर ग्रामीण लोग विषैले जंतुओं के काटने पर उसे झाड़-फूंक व वैध के पास ले जाते हैं इसी में देर हो जाता है और अक्सर मौत हो जाती है। अगर उक्त व्यक्ति को समय रहते अस्पताल ले जाया जाता तो शायद उसकी मौत नहीं होती।